डाकूरौहिणेय मगध देशमे अशोकक पिता बिमà¥à¤¬à¤¿à¤¸à¤¾à¤°à¤• राजà¥à¤¯ छल। संपूरà¥à¤£ शांति वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ छल मà¥à¤¦à¤¾ à¤à¤•à¤Ÿà¤¾ डाकू रौहिणेयक आतंक छल।ओकर पिता रहय डाकू लौहखà¥à¤°à¥¤ मरैत-मरैत ओ’ कहि गेल जे महावीर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤• पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ नहि सà¥à¤¨à¤¯ आ’ जौठकतओ पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ होय तठअपà¥à¤ªà¤¨ कान बनà¥à¤¦ क’ लय, अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦à¥€ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ होयत। रौहिणेय मातà¥à¤° पाइ बला के लà¥à¤Ÿà¥ˆà¤¤ छल आ’ गरीबकेठबà¤à¤Ÿà¥ˆà¤¤ छल,ताहि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ गामक लोक ओकर मदति करैत रहय आ’ ओ’ पकड़ल नहि जा सकलछल। à¤à¤• बेर तठओ’ अपà¥à¤ªà¤¨ संगीक संग वाटिकामे पाटलिपà¥à¤¤à¥à¤°à¤• सà¤à¤¸à¤ पैघ सेठक पà¥à¤¤à¥‹à¤¹à¥ मदनवतीक अपहरण कय लेलक, जखन ओकर पति फूल लेबाक हेतॠगेल रहय। जखन ओकर पति आयल तठरौहिणेयक संगी ओकरा गलत जानकारी दय à¤à¥à¤°à¤®à¤®à¥‡ दय देलकैक। ओकरा बाद सà¥à¤à¤¦à¥à¤° सेठक पà¥à¤¤à¥à¤°à¤• विवाह रहय।बराती जखन लौटि रहल छल तखन रौहिणेय सेठानी मनोरमाक à¤à¥‡à¤· बनेलक आ’ ओकर संगी नरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤• बनि गेल।नकली नरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤• जखन नाचय लागल, तखन रौहिणेय à¤à¥€à¥œà¤®à¥‡ कपड़ाक साà¤à¤ª चूड़ि देलक। रौहिणेय गहनासठलदल वरकेठउठा निपतà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤¯ गेल। राजा शहरक कोतवालकेठबजेलक।ओ’ तठरौहिणेयकेठपकड़बामे असमरà¥à¤¥à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ कà¤à¤²à¤•,आ’ कोतवाली छोड़बाक बातो कà¤à¤²à¤•à¥¤ मंतà¥à¤°à¥€ अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° पाà¤à¤š दिनमे डाकू रौहिणेयकेठपकड़ि कय अनबाक बात कहलक। राजा ततेक तामसमे छलाह जे पाà¤à¤š दिनका बाद डाकू रौहिणेयकेठनहि अनला उतà¥à¤¤à¤° अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¤•à¥‡à¤ गरदनि काटि लेबाक बात कहलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ डाकू रौहिणेयकेठसठबातक पता चलि गेल छलैक।अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° जासूस सठलगेलक। रौहिणेयकेठमोनमे अयलैक जे सेठसाहूकार बहà¥à¤¤ à¤à¥‡à¤² आब किठनहिराजमहलमे डकैती कà¤à¤² जाय। ओ’ राजमहल रसà¥à¤¤à¤¾ पर चलि पड़ल। रसà¥à¤¤à¤¾à¤®à¥‡ वाटिकामे महावीरसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤• पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ चलि रहल छल। रौहिणेय तà¥à¤°à¤¤ अपन कान बनà¥à¤¦ कठलेलक। मà¥à¤¦à¤¾ तखने ओकरा पैरमे काà¤à¤Ÿ गरि गेलैक। महावीर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कहि रहल छलाह-“देवता लोकनिकेठकहियो घाम नहि छà¥à¤Ÿà¥ˆà¤¤ छनà¥à¤¹à¤¿à¥¤à¤¹à¥à¤¨à¤•à¤° मालाक फूल मौलाइत नहि अछि,हà¥à¤¨à¤•à¤° पैर धरती पर नहि पड़ैत छनà¥à¤¹à¤¿ आ’ हà¥à¤¨à¤•à¤° पिपनी नहि खसैत छनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ “ तावत रौहिणेय काà¤à¤Ÿ निकालि कान फेर बनà¥à¤¨ कठलेलक आ’ राजमहलक दिशि चलि पड़ल।राजमहलमे सठपहड़ेदार सà¥à¤¤à¤² बà¥à¤à¤¾à¤‡à¤¤ छल।मà¥à¤¦à¤¾ ई अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¤• चालि रहय।ओकर जासूस बता रहल रहय जे डाकू नगर आ’ महल दिशि आबि रहल अछि। जखने ओ’ महलमे घà¥à¤¸à¥ˆà¤¤ रहय तठपहरेदार ललकारा देलक। ओ’ छड़पिकय कालीमंदिर मे चलि गेल। सिपाही सठमंदिरकेठघेरि लेलक। ओ’ जखन देखलक जे बाहरसठसठघेरने अछितठसिपाहीक मधà¥à¤¯à¤¸à¤ मंदिरक चहारदिवारी छड़पि गेल।मà¥à¤¦à¤¾ ओतहॠसिपाही सठछल आ’ ओ’ पकड़ल गेल। राजा ओकरा सूली पर चà¥à¥‡à¤¬à¤¾à¤• आदेश देलकैक।मà¥à¤¦à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ कहलनà¥à¤¹à¤¿ जे बिना चोरीक माल बरामद केने आ’ बिना चिनà¥à¤¹à¤¾à¤¸à¥€à¤• à¤à¤•à¤°à¤¾ कोना फाà¤à¤¸à¥€ देल जाय।रौहिणेय मौका देखि कय गà¥à¤¹à¤¾à¤° लगेलक जे ओ’ शालि गामक दà¥à¤°à¥à¤—ा किसान छी,ओकर घर परिवार ओहि गाममे छैक।ओ’तठनगर मंदिर दरà¥à¤¶à¤¨à¤• हेतॠआयल छल,ततबेमे सिपाही घेरि लेलकैक। राजा ओहि गाममे हरकारा पठेलक,मà¥à¤¦à¤¾ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ सठरौहिणेयसठमिलल छल।सठकहलकैक जे दà¥à¤°à¥à¤—ा ओहि गाममे रहैत अछि मà¥à¤¦ तखन कतहॠबाहर गेल छल। अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° सोचलक जे à¤à¤•à¤°à¤¾à¤¸à¤ गलती कोना सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करबाबी।से ओ’ डाकूकेठनीक महलमे कैदी बनाकय रखलक।डाकू महाराज à¤à¤¶ आराममे डूबि गेलाह। अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤• दि न डाकूकेठखूब मदिरा पिया देलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤à¤“’जखन होशमे आयल तठचारू कातगंधरà¥à¤µ-अपà¥à¤¸à¤°à¤¾ नाचि रहल छल। ओ’ सठकहलकैक जे ई सà¥à¤µà¤°à¥à¤—पà¥à¤°à¥€ थीक आ’ इनà¥à¤¦à¥à¤° रौहिणेयसठà¤à¥‡à¤à¤Ÿ करबाक हेतॠआबत बला रहथि। रौहिणेय सोचलक जे राजा हमरा सूली पर चà¥à¤¾ देलक।मà¥à¤¦à¤¾ ओ’ सà¤à¤¤à¤ मंतà¥à¤°à¥€à¤• पठाओल गबैया सठछल। तखने इंदà¥à¤°à¤• दूत आयल आ’ कहलक जे रौहिणेयकेठदेवताक रूप मे अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• होयतैक,मà¥à¤¦à¤¾ ताहिसठपहिने ओकरा अपन पृथवीलोक पर कà¤à¤² नीक-अधलाह कारà¥à¤¯à¤• विवरण देबय पड़तैक।तखन रौहिणेयकेठà¤à¥‡à¤²à¥ˆà¤• जे सà¤à¤Ÿà¤¾ पाप सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कय लय।मà¥à¤¦à¤¾ तखने ओ देखलक जे दैव लोकक जीव सठघामे-पसीने अछि,माला मौलायल छैक,पैर धरती पर छैक आ’पिपनी उठि-खसि रहल छैक।ओ’ अपनपà¥à¤£à¥à¤¯à¤• गà¥à¤£à¤—ाण शà¥à¤°à¥‚ कठदेलक।अà¤à¤¯à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° राजाकेठकहलक जे अहाठजौठओकरा अà¤à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ दय देबैक तठओ’ सà¤à¤Ÿà¤¾ गपà¥à¤ª बता देत। सैह à¤à¥‡à¤²à¥ˆà¤•à¥¤ रौहिणेय नगरक बाहरक अपन जंगलक गà¥à¤«à¤¾à¤• पता बता देलकैक,जतय सà¤à¤Ÿà¤¾ खजाना आ’ अपहृत वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सठछल। राजा कहलनà¥à¤¹à¤¿ जे किà¤à¤• तठओकरा अà¤à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ à¤à¥‡à¤Ÿà¤¿ गेल छैक ताहि हेतॠओ’ सठसंपदा राखि सकैत अछि।मà¥à¤¦à¤¾ रौहिणेय कोनोटा वसà¥à¤¤à¥ नहि लेलक।ओ’ कहलक जे जाहि महावीरसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤• à¤à¤•à¤Ÿà¤¾ वचन सà¥à¤¨à¤²à¤¾à¤¸à¤ ओकर जान बचि गलैक,तकरदीकà¥à¤·à¤¾ लेत आ’ ओकर सà¤à¤Ÿà¤¾ वचन सà¥à¤¨à¤¿ जीवन धनà¥à¤¯ करत। -------------------------------------------------------
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